राजस्थान के खिलाफ धोनी ने नाबाद 75 रन की जबरदस्त पारी खेली जिसमें आखिरी ओवर में लगाए गए तीन छक्के शामिल थे। धोनी ने इसके बाद अपने गेंदबाजों का बखूबी इस्तेमाल करते हुए राजस्थान को लक्ष्य तक नहीं पहुंचने दिया। रोहित को यदि चेन्नई का विजय रथ रोकना है तो उन्हें धोनी की कप्तानी चालों का डटकर जवाब देना होगा।
मुंबई को अपने पहले मैच में अपने घर में 37 रन से हार का सामना करना पड़ा था। मुंबई ने फिर नजदीकी मुकाबले में बेंगलुरु को छह रन से हराया लेकिन किंग्स इलेवन पंजाब के हाथों उसे आठ विकेट से हार झेलनी पड़ गयी।
मुंबई के लिए वैसे मशहूर है कि वह टूर्नामेंट में धीमी शरुआत करती है लेकिन लय पकड़ने पर सीधे प्लेऑफ में जाकर ही दम लेती है। मुंबई ने पिछले छह वर्षों में तीन बार खिताब जीता है और खिताब जीतने के मामले में वह चेन्नई की बराबरी करती है। चेन्नई भी तीन बार की विजेता है। पूरी खबर