HOT NEWS UPDATE: सबसे पहले हम आपको युग के बारे में बताएंगे| युग का अर्थ होता है एक निश्चित संख्या के वर्षों की काल-समय। उदाहरणः सत्ययुग, द्वापर, त्रेतायुग, कलियुग आदि। युग वर्णन का अर्थ होता है कि उस युग में किस प्रकार से व्यक्ति का जीवन, आयु, ऊँचाई होती है|
आज इस वीडियो और खबर में हम आपको यह बताएंगे-
- युग कितने हैं |
- कलयुग क्या है | KALYUG KYA HAI
- कलयुग में इंसान की प्रवर्ति | KALYUG MAI INSAN
- कलयुग का शुरुआत और अंत कब होगा | KALYUG SAMAPT KAB HOGA
युग-
युग कुल चार हैं- कलियुग, द्वापर, सत्ययुग, त्रेतायुग| इनमे से सबसे ख़राब कलयुग को कहा गया हैं| क्युकी इसमें इंसान इंसानियत खो बैठेगा और लालच से भरपूर होगा| और पैसे के पीछे इतना अँधा हो जाएगा की उसको सही और गलत का अनुमान नहीं होगा|
कलयुग क्या है | KALYUG KYA HAI
ब्रह्मपुराण में कलियुग की अवधि 4,32,000 साल बताई गई है, इसमें मनुष्य की उम्र ज्यादा से ज्यादा 100 साल की रहेगी| इसके अलावा मनुष्य की लंबाई की बात करें तो उनकी लंबाई कम से कम 5.5 फीट होगी| जैसे-जैसे कलयुग का अंत करीब आने लगेगा मनुष्य जाति का अंत होने लगेगा|
कलयुग में इंसान की प्रवर्ति | KALYUG MAI INSAN
इसमें इंसान इंसानियत खो बैठेगा और लालच से भरपूर होगा| और पैसे के पीछे इतना अँधा हो जाएगा की उसको सही और गलत का अनुमान नहीं होगा| कलयुग का अंत होते-होते मनुष्य की उम्र केवल 13 साल ही रह जाएगी और उसकी लंबाई सिर्फ 4 इंच रह जाएगी| इस समय महिलाओं का स्वभाव भी बेहद कठोर हो जाएगी| केवल धनवान व्यक्तियों के पास ही महिलाएं रहेंगी| मनुष्य के स्वभाव की बात करें तो उनका स्वभाव बेहद गिर जाएगा|
कलयुग का अंत कब होगा | KALYUG SAMAPT KAB HOGA
कलयुग धरती पर आया कैसे? इसके पीछे भी एक पौराणिक कथा विद्यमान है जो पांडवों के महाप्रयाण से जुड़ी है।
पुराणों के अनुसार जब धरती पर / इंसानो में पाप का भोझ बड़ जाएगा तब विष्णु भगवन कल्कि अवतार धारण कर इस पाप और कलयुग का अंत करेंगे| जिसमे संपूर्त इंसान जाती और पाप का अंत हो जाएगा| और इसके बाद फिर से एक ऐसा युग आएगा जिसमे देवता और साधु संत लोग निवास करेंगे| चारो तरफ सुख और शांति होगी| और अधिक जानने के लिए उपर दिखाई गयी वीडियो जरूर देखें|
वहीँ दूसरी वीडियो में देखें ( भगवत गीता का सार )
- Bhagwat geeta
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