गुजरात दंगे का सच : चुनाव सर पर हैं और भाजपा जीतने का प्रयास में अपनी पूरी कोशिश में लगी हुई है लेकिन इसके चलते हैं भाजपा के पुराने कुछ ऐसे किस्से जिसकी वजह से भाजपा पर कई ऐसे दाग हैं जो चाहकर भी नहीं मिट पा रहे हैं।
जिसका खुलासा भाजपा तो कर चुकी है लेकिन वह जनता को इस बात से आश्वस्त नहीं करा पा रही कि आखिर वह सही है जी हां हम बात कर रहे हैं गुजरात दंगों की गुजरात दंगे जो कि 2002 में हुआ था जिसमें एक रेल की पूरी की पूरी कोच में आग लगा दी गई और इसके अलावा गुजरात में दंगे का माहौल बन गया।
इसके चलते आप में से अलग अलग लोगों के मन में अलग-अलग प्रकार के सवाल आते हैं कि आखिर गुजरात दंगे का सच क्या था, आखिर गुजरात दंगे में हुआ क्या था, क्या सच में गुजरात दंगों के पीछे नरेंद्र मोदी और अमित शाह का हाथ था या नहीं गुजरात दंगे में क्या सरकार ने सच में 48 घंटों के लिए चुप्पी साध ली थी।
जिसकी वजह से दंगों को बढ़ावा मिला और कई मासूम मारे गए इसके पीछे सभी की अपनी अलग अलग राय है और इसके बारे में आज तक चैनल क्या कहता है वह आपको इस वीडियो में देखने को मिलेगा आपको इतना ही कहना चाहेंगे हर चीज कही सुनी बातों पर या देखी दिखाई बातों पर भी सच नहीं होती अगर आप किसी चीज को जानना चाहते हैं तो उसकी तह तक चाहिए आखिर हालातों को समझ गए तभी आप अपने आपको सच्चाई से रूबरू करा पाएंगे अन्यथा आंखों में तो आप पहले से ही घिरे हुए हैं।
2002 के गुजरात दंगे पर आज तक ने बड़ा खुलासा किया है. दंगे से पहले और दंगे के दौरान कैसे पुलिस कंट्रोल रूम को दंगे की आशंका के संदेश मिल रहे थे, सरकार उस पर क्या कर रही थी, इससे जुड़ी तमाम जानकारियां आज तक के पास हैं।