HOT NEWS UPDATE: भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि को गोगा नवमी का त्यौहार मनाया जाता हैं , जिसे ” गोगा नवमी “ के नाम से जाना जाता हैं अश्वारोही योद्धा के रूप उनकी पूजा की जाती हैं । गोगाजी के स्थान पर सर्प की आकृति खुदी हुई होती हैं इनका स्थान खेजड़ी के पेड़ के नीचे होता हैं । गोगाजी को नागराज का अवतार माना जाता हैं । गोगाजी के बारे में कई सारी कहावते प्रचलित हैं ।