HOT NEWS UPDATE: इस वीडियो में हम आपको भारत के सबसे बड़े मेले में से एक कुम्भ मेले के बारे में बताने जा रहें हैं| यह मेला 15 जनवरी से शुरू होगा| और अधिक जानने के लिए उपर दिखाया गया वीडियो जरूर देखें|
वहीँ दूसरी वीडियो में देखें “Prayag kumbh 2019 sangam”
HOT NEWS UPDATE: आज इस खबर में हम आपको भारत के सबसे बड़े मेले में से एक “कुम्भ मेला” के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बाते बताने जा रहें हैं| जो कि हर भारतीय के लिए जानना जरुरी हैं|
कुम्भ मेला क्या हैं? | Kumbh Mela Kya Hai?
कुम्भ मेला का इतिहास | Kumbh Mele Ka Itihaas
महाकुंभ के संबंध में मान्यता | Maha Kumbh Ke Sambandh Mai Manyata
किस तरह का होगा 2019 में कुम्भ का आगमन | Kumbh Mela 2019
कुम्भ मेला क्या हैं?
कुम्भ मेला या कुम्भ पर्व हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व हैं| जिसमे लाखों-करोडो श्रद्धालु कुंभ पर्व स्थल हरिद्वार, प्रयाग, उज्जैन और नासिक में स्नान करते हैं। यह मेला मकर संक्रांति के दिन प्रारम्भ होता है, जब सूर्य और चन्द्रमा, वृश्चिक राशि में और मेष राशि में प्रवेश करते हैं। इस योग को “कुम्भ स्नान-योग” कहते हैं और इस दिन को मंगलकारी माना जाता है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस दिन पृथ्वी से उच्च लोकों के द्वार इस दिन खुलते हैं और इस प्रकार इस दिन स्नान करने से आत्मा को उच्च लोकों की प्राप्ति अच्छे से हो जाती है।
कुम्भ मेले का इतिहास
→ आप को बता दें कि कुम्भ मेले का इतिहास लगभग 850 साल पुराना हैं| ऐसा माना जाता हैं कि आदि शंकराचार्य ने इस मेले की शुरुआत करी थी| पर कुछ पुरानी कथाओं के अनुसार इसकी शुरुआत समुन्द्र मंथन से शुरू हुई थी|
→ समुन्द्र मंथन में निकले अमृत का कलश हरिद्वार, इलाहबाद, उज्जैन और नासिक के स्थानों पर ही गिरा था| इसीलिए इन चार स्थानों पर ही कुंभ मेला हर तीन बरस बाद मनाया जाता है| 12 साल बाद यह मेला अपने पहले स्थान पर वापस पहुंचता है| जबकि कुछ दस्तावेज बताते हैं कि कुंभ मेला 525 बीसी में शुरू हुआ था|
महाकुंभ के संबंध में मान्यता
शास्त्रों में बताया गया है कि पृथ्वी का एक वर्ष देवताओं का दिन होता है, इसलिए हर बारह वर्ष पर एक स्थान पर पुनः कुंभ का आयोजन होता है| देवताओं का बारह वर्ष पृथ्वी लोक के 144 वर्ष के बाद आता है| ऐसी मान्यता है कि 144 वर्ष के बाद स्वर्ग में भी कुंभ का आयोजन होता है इसलिए उस वर्ष पृथ्वी पर महाकुंभ का अयोजन होता है| महाकुंभ के लिए निर्धारित स्थान प्रयाग को माना गया है|
किस तरह का होगा 2019 में कुम्भ का आगमन
कुम्भ मेला 2019 का आयोजन प्रयागराज में किया जा रहा है, जो जनवरी 15 से मार्च 04 तक चलेगा|
2019 कुंंभ मेले : जाने शाही स्नान की तारीख-
14-15 जनवरी 2019: मकर संक्रांति (पहला शाही स्नान)
21 जनवरी 2019: पौष पूर्णिमा
31 जनवरी 2019: पौष एकादशी स्नान
04 फरवरी 2019: मौनी अमावस्या (मुख्य शाही स्नान, दूसरा शाही स्नान)
10 फरवरी 2019: बसंत पंचमी (तीसरा शाही स्नान)
16 फरवरी 2019: माघी एकादशी
1 9 फरवरी 2019: माघी पूर्णिमा
04 मार्च 2019: महा शिवरात्री
वहीँ दूसरी वीडियो में देखें भारत के 10 सबसे प्रसिद्ध मेले-
HOT NEWS UPDATE: आज इस वीडियो और खबर में हम आपको भारत के सबसे बड़े मेले कुम्भ मेले के बारे में बताएंगे| 2019 में जो कुम्भ मेला आ रहा हैं यह प्रयागराज कुंभ मेला हैं| जो की 144 वर्षो में एक बार आता हैं|
2019 कुंंभ मेले : जाने शाही स्नान की तारीख-
14-15 जनवरी 2019: मकर संक्रांति (पहला शाही स्नान)
21 जनवरी 2019: पौष पूर्णिमा
31 जनवरी 2019: पौष एकादशी स्नान
04 फरवरी 2019: मौनी अमावस्या (मुख्य शाही स्नान, दूसरा शाही स्नान)
10 फरवरी 2019: बसंत पंचमी (तीसरा शाही स्नान)
16 फरवरी 2019: माघी एकादशी
1 9 फरवरी 2019: माघी पूर्णिमा
04 मार्च 2019: महा शिवरात्री
कुम्भ मेले के बारे में और अधिक जानने के लिए उपर दिखाया गया वीडियो जरूर देखें!
वहीँ दूसरी वीडियो में देखें “अघोरी बाबाओ से जुडा सबसे बड़ा रहस्य”
HOT NEWS UPDATE: आज इस खबर में हम आपको भारत की सबसे बड़ी परीक्षा UPSC में होने वाले फेरबदल के बारे में बताएंगे| आप को बता दें कि UPSC अपने कुछ नियम में बदलाव कर रही हैं और एग्जाम के पैटर्न को बदलने की तैयारी कर रही हैं| इस खबर के बारे में और अधिक जानने के लिए उपर दिखाया गया वीडियो देखना ना भूले|
वहीँ दूसरी वीडियो में देखें “पनडुब्बी में सैनिकों की लाइफ कैसी होती है”
HOT NEWS UPDATE: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 DEC 2018 को असम के डिब्रूगढ़ में भारत के सबसे लंबे रेल-सड़क पुल का उद्धाटन किया था। ब्रह्मपुत्र नदी पर बोगीबील में बनी 4.94 किलोमीटर लंबी और रणनीतिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण यह परियोजना न केवल आम लोगों के लिए बल्कि देश की सुरक्षा के लिए बल्कि अग्रिम मोर्चे पर सैन्य साजो सामान भेजने में अहम भूमिका निभाएगी।
इसके बारे में और अधिक जानने के लिए उपर दिखाया गया वीडियो जरूर देखें|
वहीँ दूसरी वीडियो में देखें क्यों खास है बोगीबील पुल ?
HOT NEWS UPDATE: आपको बता दें देश की सबसे बड़ी परीक्षा UPSC अपने कुछ नियमो में फेर बदल करने जा रही हैं| और इसका सुझाव उसे PMO ने दिया हैं| खबर जानने के लिए स्क्रीन को उपर की तरफ स्लाइड करें|
वहीँ दूसरी वीडियो में देखें भारतीय जनता के लिए यह 5 बड़ी ख़ुशख़बरी-
HOT NEWS UPDATE: आज इस वीडियो में हम आपको कुछ ऐसे नियमो के बारे में बताएंगे जो की अभी कुछ दिन पहले ही भारतीय सरकार ने लागु करें हैं| उपर दी गयी वीडियो में जरूर जाने इन नियमो के बारे में|
वहीँ दूसरी वीडियो में देखें देश की सबसे बड़ी परीक्षा में बदलाव की तैयारी, PMO ने UPSC को दिया सुझाव
HOT NEWS UPDATE: स्टैच्यू ऑफ यूनिटी भारत के प्रथम उप प्रधानमन्त्री तथा प्रथम गृहमन्त्री वल्लभभाई पटेल को समर्पित एक स्मारक है| जो भारतीय राज्य गुजरात में स्थित है। गुजरात के तत्कालीन मुख्यमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने 31 अक्टूबर 2013 को सरदार पटेल के जन्मदिवस के मौके पर इस विशालकाय मूर्ति के निर्माण का शिलान्यास किया था। यह स्मारक सरदार सरोवर बांध से 3.2 किमी की दूरी पर साधू बेट नामक स्थान पर है जो कि नर्मदा नदी पर एक टापू है। यह स्थान भारतीय राज्य गुजरात के भरुच के निकट नर्मदा जिले में स्थित है।
यह विश्व की सबसे ऊँची मूर्ति है, जिसकी लम्बाई 182 मीटर (597 फीट) है। इसके बाद विश्व की दूसरी सबसे ऊँची मूर्ति चीन में स्प्रिंग टैम्पल बुद्ध है, जिसकी आधार के साथ कुल ऊंचाई 208 मीटर (682 फीट) हैं।
आज इस वीडियो में हम आपको बताएंगे की क्या Statue of Unity की मूर्ति भूकंप से बच पाएगी| वीडियो देखने के लिए उपर की तरफ स्लाइड करें-
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HOT NEWS UPDATE: आज इस वीडियो में हम आपको मोबाइल से होने वाले कुछ ऐसे साइड इफेक्ट बताएंगे जो स्पार्टफोन ज्यादा उपयोग में लेने वालों के लिए हानिकारक हैं| वीडियो देखें के लिए उपर की तरफ स्लाइड करें|
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